अयोध्या विवाद पर मुलायम बोले: गोली नहीं चलती तो मुसलमानों का विश्वास देश से उठ जाता
लखनऊ.मुलायम सिंह यादव ने 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग मामले पर अहम बयान दिया है। समाजवादी सुप्रीमो ने शनिवार को लखनऊ में कहा, “देश की एकता के लिए मैंने गोली चलवाई। यदि उस समय गोली नहीं चलती तो मुसलमानों का विश्वास देश से उठ जाता। अयोध्या में 16 जानें गईंं। अगर देश के लिए 30 जानें भी जातीं तो हम कुर्बान कर देते। ऑर्डर नहीं बदलता।' 26 साल पहले अयोध्या में कारसेवकों पर पुलिस ने फायरिंग की थी। इसमें 16 लोग मारे गए थे। मुलायम ने और क्या कहा...
- मुलायम शनिवार को खुद पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन करने लखनऊ के इंदिरा गांधी सस्थान में आए थे।
- उन्होंने कहा, ''अयोध्या कांड में गोली चलवाने से मेरी बहुत आलोचना हुई। लेकिन देश की एक मस्जिद बचाने के लिए यह जरूरी था। इसके लिए मुझे गोलियां चलवानी पड़ी। उस समय संसद में जाने पर मुझे मानवता का हत्यारा कहा जाता था।''
- ''समाजवाद का मतलब सबको साथ लेकर चलना है, देश की एकता, सामाजिक एकता के लिए भेदभाव नहीं होना चाहिए। देश की एकता के लिए साम्प्रदायिक भेदभाव दूर करना होगा। अमीर-गरीब के बीच की खाई पटनी चाहिए।''
- उन्होंने कहा, ''अयोध्या कांड में गोली चलवाने से मेरी बहुत आलोचना हुई। लेकिन देश की एक मस्जिद बचाने के लिए यह जरूरी था। इसके लिए मुझे गोलियां चलवानी पड़ी। उस समय संसद में जाने पर मुझे मानवता का हत्यारा कहा जाता था।''
- ''समाजवाद का मतलब सबको साथ लेकर चलना है, देश की एकता, सामाजिक एकता के लिए भेदभाव नहीं होना चाहिए। देश की एकता के लिए साम्प्रदायिक भेदभाव दूर करना होगा। अमीर-गरीब के बीच की खाई पटनी चाहिए।''
पांच महीने पहले जताया था अफसोस
- बता दें कि जनवरी 2016 में एक प्रोग्राम में मुलायम सिंह यादव ने कारसेवकों पर गोली चलाए जाने पर अफसोस जताया था।
- उन्होंने कहा था, “अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग करवाने का मुझे दुख है लेकिन, धर्मस्थल को बचाना भी जरूरी था।”
- अगर धर्मस्थल को बचाने में और भी जान जातीं, तब भी मैं पीछे नहीं हटता। इसीलिए बाद में मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।”
- बता दें कि जनवरी 2016 में एक प्रोग्राम में मुलायम सिंह यादव ने कारसेवकों पर गोली चलाए जाने पर अफसोस जताया था।
- उन्होंने कहा था, “अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग करवाने का मुझे दुख है लेकिन, धर्मस्थल को बचाना भी जरूरी था।”
- अगर धर्मस्थल को बचाने में और भी जान जातीं, तब भी मैं पीछे नहीं हटता। इसीलिए बाद में मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।”
कुछ महीने पहले चर्चा में रहा अयोध्या का मुद्दा
- बीते दिनों अयोध्या में राम मंदिर के लिए नई शिलाओं की राम जन्मभूमि न्यास के प्रेसिडेंट नृत्य गोपालदास पूजा की थी।
- गुजरात और राजस्थान से पत्थर अयोध्या पहुंचे थे। पत्थरों को बाहर से मंगाने की प्रशासन से इजाजत नहीं ली गई थी।
- पूजने के बाद पत्थर रामसेवकपुरम में रखे गए हैं। यहीं से इन शिलाओं को निर्माण स्थल पर भेजा गया।
- जून में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को दान दिए जाने की घोषणा की गई थी।
- गुजरात और राजस्थान से पत्थर अयोध्या पहुंचे थे। पत्थरों को बाहर से मंगाने की प्रशासन से इजाजत नहीं ली गई थी।
- पूजने के बाद पत्थर रामसेवकपुरम में रखे गए हैं। यहीं से इन शिलाओं को निर्माण स्थल पर भेजा गया।
- जून में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को दान दिए जाने की घोषणा की गई थी।
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