मायावती की रैली में भगदड़, दो की मौत, अखिलेश देंगे दो-दो लाख मुआवजा
लखनऊ. कांशीराम की पुण्यतिथि पर रविवार को उनके स्मारक पर मायावती ने रैली की। बताया जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो ने पूरे प्रदेश से 2 लाख लोगों को बुलाने का टारगेट दिया था। बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि 5 लाख से ज्यादा लोग जुटे। सभास्थल पर खासा हुजूम लगा हुआ था। तभी अचानक लोग मुख्य गेट से बाहर जाने लगे। सिक्युरिटी ने भीड़ को अंदर रोकने के लिए डंडा दिखाया तो भगदड़ मच गई। इससे गोरखपुर और कानपुर देहात से आईं 2 महिलाओं समेत 3 की मौत हो गई। भगदड़ में मौत की खबर के बाद भी मायावती की स्पीच जारी रही। एक-दूसरे पर गिरने लगे लोग...
- घटना कांशीराम स्मारक के मुख्य गेट पर हुई, जब लोग अचानक से गेट से बाहर जाने लगे।
- गेट के पास मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि लोगों को मायावती की आवाज नहीं सुनाई दे रही थी। क्योंकि लाउडस्पीकर बाहर की तरफ लगवाए गए थे।
- ऐसे में मुख्य गेट के पास खड़ी भीड़ बाहर की ओर जाने लगी। सिक्युरिटी ने भीड़ को रोकने की कोशिश की। कुछ लोगों ने भीड़ को अंदर रखने के लिए डंडा दिखाया, इसके चलते भगदड़ मच गई। इसमें 2 महिलाओं समेत 3 की मौत हो गई।
- भीड़ को अंदर रोकने के लिए कुछ लोगों ने गेट पर बिजली का तार टूटे होने की अफवाह फैला दी। इसके चलते भीड़ काफी हद तक गेट के अंदर ही रुक गयी।
- ऐसे में मुख्य गेट के पास खड़ी भीड़ बाहर की ओर जाने लगी। सिक्युरिटी ने भीड़ को रोकने की कोशिश की। कुछ लोगों ने भीड़ को अंदर रखने के लिए डंडा दिखाया, इसके चलते भगदड़ मच गई। इसमें 2 महिलाओं समेत 3 की मौत हो गई।
- भीड़ को अंदर रोकने के लिए कुछ लोगों ने गेट पर बिजली का तार टूटे होने की अफवाह फैला दी। इसके चलते भीड़ काफी हद तक गेट के अंदर ही रुक गयी।
- वहीं, बुंदेलखंड से आई महिला अपने बच्चे के साथ भगदड़ में दब गई। महिला और बच्चा बेसुध पड़े थे। लोग बच्चे के मुंह में हवा देकर उसे होश में लाए।
- जो लोग बेहोश हुए उन्हें किसी तरह से होश में लाना अपनों का काम रहा। कोई किसी को पानी पिला था तो कोई पंखा हांक रहा था।
- जो लोग बेहोश हुए उन्हें किसी तरह से होश में लाना अपनों का काम रहा। कोई किसी को पानी पिला था तो कोई पंखा हांक रहा था।
- अखिलेश सरकार ने हादसे में मरने वालों के परिजन को 2-2 लाख रुपए देने का एलान किया है।
क्या बोलीं मायावती?
- 'यूपी में बीएसपी सरकार बेहद जरूरी है। विकास के नाम पर सपा सरकार ने केवल घोषणाएं की हैं।'
- 'केंद्र सरकार की ओर से किसी को मकान नहीं मिला। किसी को रोजगार नहीं मिला है।'
- 'किसानों के खेती करने के संसाधन सस्ते नहीं हुए हैं। इस सरकार से सभी दुखी हैं।'
- 'कारखानों को खोले जाने की बात थी, वो वादा भी पूरा नहीं हुआ।'
- 'ढाई साल में महंगाई कम नहीं हुई है। मोदी जी ने कहा था कि काले धन को 100 दिनों में वापस लाकर प्रत्येक परिवार को 15 से 20 लाख दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।'
- 'मोदी नहीं बता पा रहे हैं कि उनकी विदेश नीति किस दिशा में और कहां जा रही है।'
- 'दलितों, पिछड़ों के घर जाकर खाना खाने से कुछ होने वाला नहीं है। उनके खिलाफ जो घटनाएं हो रही हैं, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।'
- 'धर्म परिवर्तन के नाम पर लाेगों का शोषण किया जा रहा है। दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है। दलितों को लुभाने के लिए बीजेपी अंबेडकर का बखान कर रही है।'
'सपा में छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई'
- 'समाजवादी पार्टी दो खेमे में बंट गई है। एक खेमा अखिलेश यादव का है, एक खेमा शिवपाल यादव का है। '
- 'सपा में वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गई है। अब यादव वोट भी बंट जाएगा। सपा सरकार में जिनका शोषण हुआ है, उन्हें इंसाफ दिलाया जाएगा।'
- 'बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए जनता को बसपा को वोट देना चाहिए। मुस्लिम समाज के लोगों को कांग्रेस और सपा को वोट देने के बजाए बसपा को देना चाहिए।'
- 'सपा और बीजेपी में मिलीभगत है। दोनों देशभक्ति के नाम पर दंगा करा सकते हैं। 'हमारी सरकार में गुंडों को जेल भेजा जाएगा। डकैती, लूटमार जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी।'
कार्यकर्ताओं को बुलाने के लिए बुक की गईं थी 19 ट्रेनें
- रैली में प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं को लाने के लिए 19 ट्रेनें और 210 बसें बुक की गई थीं।
- बुंदेलखंड से कार्यकर्ताओं को लखनऊ लाने के लिए 2 ट्रेनों को बुक किया गया था।
- पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन के मुताबिक, पूर्वांचल के लिए 2 ट्रेन दी गई थीं, जिनमें बैठकर करीब 50 हजार कार्यकर्ता लखनऊ पहुंचे।
- बताया जा रहा है कि वेस्ट यूपी से कार्यकर्ताओं को बुलाने के लिए 15 ट्रेन बुक की गई थीं। इनसे करीब 1 लाख 60 हजार लोग पहुंचे।
- बताया जा रहा है कि वेस्ट यूपी से कार्यकर्ताओं को बुलाने के लिए 15 ट्रेन बुक की गई थीं। इनसे करीब 1 लाख 60 हजार लोग पहुंचे।
बसपा विधायक ने दिया इस्तीफा
- चंदौली के मुगलसराय विधानसभा से बसपा के वर्तमान विधायक बब्बन सिंह चौहान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
- उन्होंने मायावती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मायावती ने पार्टी फंड में 2 करोड़ रुपए जमा करने के लिए कहा है। अब बसपा प्राइवेट लिमिटेड पार्टी हो गई है।
- बसपा का नारा है- सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय लेकिन अब ये कहीं से भी फिट नहीं बैठता है।
बीजेपी ने हमेशा सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया
- 'प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है। बीजेपी सरकार में अल्पसंख्यकों का शोषण बढ़ा है।'
- 'बीजेपी ने हमेशा बसपा के खिलाफ सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया है, लेकिन मुझे और पार्टी को इससे कभी नुकसान नहीं पहुंचा है।'
- 'ताज कॉरिडोर मामले में भी मुझे फंसाने की कोशिश की गई थी।'
- 'बसपा छोड़कर जाने वालों से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। टिकट के स्वार्थ में लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।'
- 'यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने जो हमारी पार्टी में सेंध लगाने की कोशिश की है, उसका जवाब उन्हें मिल जाएगा।'
- 'यूपी में बसपा की सरकार की बनेगी। बीजेपी, सपा, कांग्रेस सत्ता में आने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही हैं। बीजेपी सरकार ने हमें परेशान काम करने का ही काम किया है।'
- 'मोदी राजनीतिक स्वार्थ में लखनऊ में दशहरा मनाने आ रहे हैं। बीजेपी के लोगों को धूमधाम से दशहरा मनाने के बजाए संजीदगी से मनाना चाहिए।'
- 'अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला माना जाएगा।'
- 'बसपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। पूरी ताकत से बसपा यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में चुनाव लड़ेगी।'
- 'भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी फिल्म कलाकारों का इस्तेमाल करती है।'
- 'बीजेपी ने हमेशा बसपा के खिलाफ सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया है, लेकिन मुझे और पार्टी को इससे कभी नुकसान नहीं पहुंचा है।'
- 'ताज कॉरिडोर मामले में भी मुझे फंसाने की कोशिश की गई थी।'
- 'बसपा छोड़कर जाने वालों से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। टिकट के स्वार्थ में लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।'
- 'यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने जो हमारी पार्टी में सेंध लगाने की कोशिश की है, उसका जवाब उन्हें मिल जाएगा।'
- 'यूपी में बसपा की सरकार की बनेगी। बीजेपी, सपा, कांग्रेस सत्ता में आने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही हैं। बीजेपी सरकार ने हमें परेशान काम करने का ही काम किया है।'
- 'मोदी राजनीतिक स्वार्थ में लखनऊ में दशहरा मनाने आ रहे हैं। बीजेपी के लोगों को धूमधाम से दशहरा मनाने के बजाए संजीदगी से मनाना चाहिए।'
- 'अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला माना जाएगा।'
- 'बसपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। पूरी ताकत से बसपा यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में चुनाव लड़ेगी।'
- 'भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी फिल्म कलाकारों का इस्तेमाल करती है।'
रोहित वेमुला की मां बोलीं- बीजेपी-आरएसएस की पॉलिटिक्स का शिकार हुआ मेरा बेटा
- उधर, शनिवार को लखनऊ पहुंची रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला ने कहा, 'मेरे बेटे रोहित की आत्महत्या मामले की जांच के लिए गठित एके रूपनवाला कमेटी ने बीजेपी के इशारे पर हमारी जाति बदली है। कमेटी का आरोप है कि हमने केवल फायदा लेने के लिए एससी का सर्टिफिकेट बनवाया था।'
- 'कमेटी ने हमारा पक्ष ठीक से नहीं सुना और रिपोर्ट बना दी। मैं इस रिपोर्ट को नहीं मानती और बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए जनता के बीच जाकर विरोध करूंगी।'
- 'मेरा बेटा बीजेपी और आरएसएस की गंदी पॉलिटिक्स की बलि चढ़ गया है। मैं यूपी में ऐसी सरकार नहीं बनने दूंगी जो दलित विरोधी हो।'
- 'एक मां का दर्द नरेंद्र मोदी नहीं समझ सकते क्योंकि उनका बच्चा नहीं है।'
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