18.5.16

यूपी: नए सत्र में भी डिग्री कॉलेजों को नहीं मिल पाएंगे शिक्षक

नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन प्रदेश के सहायता प्राप्त डिग्री कालेजों को आगामी सत्र में भी शिक्षक नहीं मिल पाएंगे।

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में वर्षों से भर्ती प्रक्रिया ठप है। काफी दबाव के बाद अध्यक्ष की नियुक्ति तो हो गई, लेकिन आयोग में सदस्यों की तैनाती का अब भी इंतजार है। इसकी वजह से असिस्टेंट प्रोफेसर के 1652 पदों की भर्ती प्रक्रिया बाधित है।

हालांकि एक सप्ताह में सदस्यों की नियुक्ति की उम्मीद है। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन अभी लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित होना है। इसके बाद साक्षात्कार होगा। ऐसे में नया सत्र शुरू होने से पहले अध्यापकों की भर्ती नहीं हो पाएगी।

आयोग की ओर से वर्र्षों से कोई भर्ती नहीं हुई। दो बार आवेदन मांगे गए, लेकिन दोनों भर्तियां विवादों की भेंट चढ़ गईं।

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अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति के बाद दो साल पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के 1652 पदों के लिए नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। लिखित परीक्षा भी करा ली गई है, लेकिन उसके बाद अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति ही रद्द हो गई। केवल एक सदस्य ही बचे हैं। इसकी वजह से नौ महीने से प्रक्रिया ठप है।

हालांकि अध्यक्ष पद पर प्रभात मित्तल की तैनाती हो गई है, लेकिन आयोग में कोरम पूरा होने के लिए अध्यक्ष के अलावा कम से कम दो सदस्य होने चाहिए। जबकि, अभी एक ही सदस्य हैं। ऐसे में कोरम पूरा नहीं होने की वजह से आयोग में कोई फैसला नहीं लिया जा सकता।

इसके अलावा लिखित परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप हैं। तकरीबन एक हजार अभ्यर्थियों ने ओएमआर शीट (उत्तर पुस्तिका) खाली छोड़ दी है। इनमें कई आयोग कर्मियों के रिश्तेदार हैं। इसे लेकर प्रतियोगियों का एक वर्ग दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहा है। ऐसी स्थिति में कोई निर्णय आसान नहीं होगा।

अध्यक्ष प्रभात मित्तल का कहना है कि कोरम पूरा होने के लिए एक सदस्य की कमी है। इसकी वजह से कोई निर्णय नहीं हो पा रहा। उनका कहना है 1652 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा रही है। ताकि, नए सदस्यों की नियुक्ति के बाद देरी न हो।

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