10.7.16

पैरों से लिखने वाली अनोखी टीचर, इसे देख करेंगे सैल्यूट

 This handicapped teacher transforming the life of children

दशकों पहले बिहार के एक परिवार में एक लड़की पैदा हुई थी जो शारीरिक रुप से अक्षम थी। परिवार वालों को लोगों ने सलाह दी कि ऐसी बेटी किस काम की, इसे मार डालो। लेकिन घर वालों के मन में पता नहीं क्या आया कि उन्होंने उसे मारा नहीं। बच्ची बड़ी हुई और टीचर बनी। आज वही बच्ची छोटे बच्चों को पढ़ाती है। उसने उन सब दकियानूसी सोच वालों के गाल पर करारा तमाचा जड़ा है जो लड़कियों को हर मामले में कमजोर मानते हैं। 

 This handicapped teacher transforming the life of children

बसंती कुमारी नाम की इस लड़की के जन्म से ही दोनों हाथ नहीं थे इस वजह से उसके घर वालों ने उसे स्कूल भेजना भी मुनासिब नहीं समझा। उसने अपनी मां से पढ़ने के लिए बहुत मिन्नतें की, तब जाकर उनकी मां ने 6 साल की उम्र में उन्हें स्कूल भेजा। पहले तो बसंती को पढ़ाई  में समस्या आती थी लेकिन कुछ ही दिनों में बसंती ने अपने पैरों से लिखना सीख लिया। 

 This handicapped teacher transforming the life of children

वो बताती हैं कि जब शिक्षक के रुप में उनका चयन हुआ था जब ब्लैकबोर्ड पर लिखना उनके लिए चैलेंज बन गया था। लेकिन प्रैक्टिस और संतुलन के दम पर उन्होंने वो भी सीख लिया। ब्लैकबोर्ड पर लिखने के अलावा बच्चों की कॉपियां भी वो पैरों से ही चेक करती हैं।

 This handicapped teacher transforming the life of children

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