रूसी रेसलर के माथे से टपकता रहा खून, फिर भी किया मुकाबला; जीता सिल्वर
रियो डि जेनेरियो. रियो ओलिंपिक के 74 किग्रा कैटेगरी के मेन्स फ्री-स्टाइल रेसलिंग का फाइनल मुकाबला रूसी रेसलर एनियर गेडुएव भले ही हार गए, लेकिन उन्होंने गोल्ड जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके जज्बे और जुनून ने दर्शकों का दिल जीत लिया। मैच के दौरान बुरी तरह घायल गेडुएव आखिर वक्त तक बाउट में बने रहे। उनकी बायीं आंख के ऊपर गहरी चोट लगी थी। खून टपक रहा था। इलाज के लिए मैच को कई बार रोका गया। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। ईरान के रेसलर हसन याजदानिचराति को कड़ी टक्कर दी और सिल्वर जीता।क्या हुआ था मैच में और कैसे लगी थी चोट...
- रूस के रेसलर एनियर गेडुएव अपने पहले मैच में बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। उनकी बायीं आंख के ऊपर बड़ा कट लगा था।
- इसके बाद भी वे फाइनल मुकाबले में डटे रहे। मैच के दौरान गेडुएव के इलाज के लिए बाउट को कई बार रोका गया।
- ईरानी पहलवान इससे चिढ़ने के साथ परेशान भी हो रहे थे। बार-बार कट ओपन हो रहा था। धीरे-धीरे बैंडेज की साइज बढ़ रही थी। ये ऐसी हो गई थी जैसे हेल्मेट हो।
- इतना ही नहीं, फ्लोर पर खून गिरने से उसे बार-बार साफ कराया गया।
शुरुआत में हसन से आगे निकल गए थे गेडुएव
- गेडुएव शुरुआती दौर में याजदानिचराति से आगे निकल गए थे। उन्होंने अपने शानदार खेल से 6-0 से लीड बना ली थी।
- बाद में याजदानिचराति ने सेकंड पीरियड में स्कोर 6-4 कर दिया। मैच के आखिरी के पांच सेकंड में फिर याजदानिचराति ने दो प्वाइंट बनाकर 6-6 से बराबरी की।
- हालांकि, फाइनल स्कोर याजदानिचराति के पक्ष में गया और उन्हें गोल्ड मेडल मिल गया।
परेशान याजदानिचराति ने बदली स्ट्रैटजी
- मैच के बाद याजदानिचराति ने बताया- "गेडुएव जख्मी होने के बाद बहुत अच्छा खेले।"
- "लेकिन मैंने उन्हें उनकी चोट की वजह से हराया। मेडिकल टाइमआउट की वजह से मैं परेशान हो रहा था और मैच पर फोकस नहीं कर पा रहा था।"
- "फिर मैंने स्ट्रैटजी बदलने का मन बनाया और इस बात पर ध्यान दिया कि गेडुएव चोट की वजह से कौन-से दांव नहीं खेल सकता है।"
- "मैं उसे थकाना और उसकी एनर्जी कम करना चाहता था।"
- "सेकंड पीरियड में मैंने वही किया और स्कोर 6-6 के बराबर कर दिया।"
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