26.8.17

लाखों का बाबा , सलाखों के पीछे

लखनऊ:  दस लाख से अधिक गुंडों,मवाली, लुटेरों और चोरो का बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह आखिर अपने गुनाहों की सज़ा भुगतने के लिये  15 वर्ष और 200 केस की तारिखों के बाद  आज 25 अगस्त 2017 को सलाखों के पीछे डाल ही दिया गया।
लाखो समर्थक भी ऐसे जो इस इंतज़ार में थे कि उनके बाबा राम रहीम को सीबीआई सज़ा सुनाये और उसका प्रतिरोध करते हुए वे हरियाणा ही नही पंजाब राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे स्थानों पर आम जनता,व्यापारियों,स्कूलों, ऑफिसों और सरकारी वाहनों को निशाना बनाकर अपना मकसद पूरा करे। लाखो की संख्या में ऐसे गुंडे आज हरियाणा में कई जगह एकत्र हुये। पंजाब के अतिरिक्त  अन्य प्रांतों से भी लूट पाट करने के लिए इन उपद्रवियों को बुलवाकर इकट्ठा कराया गया था।यह भी खबर है कि राम रहीम ने स्वम पैसा देकर इस प्रकार के गुंडों और मवालियों को उपद्रव करने के लिए बुलवाया था।
सभी समर्थक हथियारों, डंडों, ज्वलनशील पदार्थो के अलावा असलहों सहित एक्टर हुए थे। मीडिया के माध्यम से जैसे जैसे देश की जनता को इनकी हरकतों की जानकारी मिल रही थी उससे भयभीत होकर इन गुंडों ने अंत मर मीडिया कर्मियों को ही अपना निशाना बना दिया। देश के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों को मारने के अतिरिक्त इन उपद्रवी गुंडों ने विभिन्न मीडिया की ओवी वैन को भी निशाना बना डाला। पूरा देश और सभी प्रशासनिक अमले इंसे न्यूज़ चैनलों पर देखते रहे पर इन गुंडों के आगे बेबस थे। आज पूरे देश के मीडिया कर्मी इस  घिनौनी हरकत से शर्मसार है। 
हरियाणा सरकार को इन सब के लिए दोषी कहना अनुचित न होगा जिसने इतनी अधिक संख्या में एकत्र हो रहे गुंडों को रोकने की कोशिश भी नही की। कदाचित केंद्र सरकार खट्टर को बदलने पर भी विचार करे।
आपको यह भी बता दे कि कोई भी समर्थक राम रहीम की बेगुनाही साबित होने देखने नही आया था। अगर समर्थक ही होते तो अपने गुरु महाराज की रिहाई के लिए मुँह मीठा कराने के उद्देश्य से मिठाई भी लेकर आते,पर ऐसा  एक भी समर्थक नही था ।
आज देश को हरियाणा की न्याय पालिका पर गर्व है जिसने स्वम उस साध्वी के हस्ताक्षर रहित पत्र को सज्ञान में लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए और आज  लाखो का हितैषी बनने वाले बलात्कारी  के वास्तविक दोषी को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
आज हुए उपद्रव के बाद हरियाणा हाईकोर्ट ने एक ऐतिहासिक निर्णय भी दिया कि राम रहीम की समस्त संपत्ति जब्त कर नीलांम कर दी जाये।नीलामी से प्राप्त धनराशि से उन लोगो को मुआबजा दिया जाये जिनका राम रहीम के समर्थकों ने नुकसान किया है। कुछ बुद्धिहींन आज न्यायपालिका पर उंगली उठा रहे है,कदाचित वे ऐसे ही व्यक्ति होंगे जिनके काम राम रहीम की तरह ही होंगे।
कुलमिलाकर देश को इस बात की प्रसन्नता होगी कि आज लाखो  उपद्रवियों का समर्थक ढोंगी बाबा सलाखों के पीछे है।

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